हर्षिल“उत्तराखण्ड का खूबसूरत पर्यटक स्थल”
Harsil “The beautiful Valley of Uttarakhand” in Hindi: यहाँ चारो और की हरी–भरी वादियां, हिमाछादित पर्वत, झीले व झरने यहाँ की खूबसूरती को बहुत अधिक बढ़ा देते है। उत्तराखण्ड में घूमने लायक बहुत सारे पर्यटक व धार्मिक स्थल है पर जो बात आपको हर्षिल की वादियों में मिलेंगी वो और कहा?
ये खूबसूरत गांव उत्तराखण्ड के जिला उत्तरकाशी में
स्थित है तथा उत्तरकाशी शहर से 72 किमी की दूरी पर स्थित है। हर्षिल समुद्र तल से
ऊचाई 2,620(Height of Harsil from Sea level) मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। हर्षिल गंगोत्री मार्ग में पड़ता है जहाँ पर
भागीरथी नदी अपने शांत रूप में बहकर पर्यटकों को मन्त्रमुघ्द कर देती है। हर्षिल
में चारो और बिखरे देवदार के वृक्ष तथा सेब के पेड़ यहाँ की खूबसूरती को और अधिक
बढ़ा देते है।
यहाँ पर भागीरथी नदी के तट पर लक्ष्मीनारायण जी का
एक मंदिर भी है जहाँ श्री हरी की मूर्ति लेटी हुई मुद्रा में है। इस छोटी सी जगह
पर कई सारे झरने, जगह जगह खिले हुए भिन्न–भिन्न क़िस्म के फूल, बाग़ बगीचे तथा ताल तथा यहाँ की धरती को और अधिक खूबसूरत बना देते है।
यहाँ से कुछ ही किमी की दूरी पर हिन्दुओं का पवित्र
मंदिर गंगोत्री धाम है जहाँ हर साल लाखो श्रद्धालु माँ गंगा के दर्शन हेतु आते है।
वही यहाँ से 30 किमी दूर गंगोत्री राष्ट्रीय पार्क आता है जो लगभग 1,550 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला हुआ है। यहाँ आपको तरह तरह के जानवर व
पक्षी दिखाई पड़ जायेंगे। इनमे राजकीय पक्षी मोनाल, बाघ, तीतर जैसे कई जंगली पशु-पक्षी
आते है।
कुछ साल पहले भारतीय सिनेमा द्धारा बनी फिल्म “राम तेरी गंगा मैली हो गई” की सूटिंग भी यही की गई थी जिसके बाद हर्षिल की खूबसूरती देश दुनिया के सामने आयी थी।
गंगोत्री धाम या अन्य जगहों को घूमने जाने वाले यात्री अधिकतर यही पर आकर रात्रि विश्राम किया करते है। राष्ट्रीय सुरक्षा हेतु इस जगह के इनर लाइन घोषित होने के कारण यहाँ पर विदेशी लोगो के रात्रि विश्राम हेतु रोक लगी हुई है अपितु वो यहाँ दिन भर घूम सकते है पर रात होने से पहले ही उन्हें यहाँ से किसी अन्य जगह जाना होता है।(उत्तराखंड की संस्कृति के बारे में विस्तार से जानने के लिए ये पोस्ट पढ़े)
हर्षिल की खोज
(Discover to Harsil)
इस स्थान की खोज का श्रेय सबसे पहले एक अंग्रेज
कर्मचारी फेड्रिक विलसन(Frederick Wilson) नाम के व्यक्ति को जाता है जो मूलतः इंग्लैंड के मूल निवासी थे तथा किस्मत के
कारण यहाँ तक आ पहुंचे थे। उन्हें हर्षिल का राजा(Raja of Harsil) भी कहा जाता है। उनको ये स्थान इतना पसंद आया की
उन्होंने वही रुकने का प्रण लिया तथा पास की ही एक कन्या से विवाह भी कर लिया।
फेड्रिक विलसन(Frederick Wilson) ने अपनी आमदनी हेतु इंग्लैंड से सेब के पौधे यहाँ लेकर के आये तथा उन्हें यहाँ
पर बो दिया बाद में वो सेब के पौधे बहुत विकसित हुए तभी से यहाँ पर सेब का व्यापार
होने लगा है।
Things to do in Harsil
हर्षिल भ्रमण के दौरान करने योग्य चीजे
5 Best things to do in Harsil Trip:
Trekking in Harsil: हर्षिल में ले ट्रैकिंग का आनन्द: हर्षिल (Harsil) ट्रैकिंग के लिए भी बहुत शानदार जगह है जहाँ ट्रैकिंग करने हजारो ट्रैकर्स आते है यहाँ मुख्य रूप से नागणी क्यारकोटि ट्रैक है। (उत्तराखंड के ट्रैक्स के बारे में जानने के लिए ये पोस्ट पढ़े) यह ट्रैक हर्षिल से शुरू होता है तथा लगभग 8 किमी लंबा (Harsil to Nagarkoti Distance) है।
इस ट्रैक में आप फूलो की वादिया, खूबसूरत बुग्यालों तथा सात ताल आदि को देख सकते है जो इस ट्रैक की खूबसूरती को और अधिक बढ़ा देते है।
यहाँ हर जगह फैले देवदार व भोजपत्र के वृक्षों तथा विशाल हिमालय पर्वत की बर्फ से ढकी हुई चोटियों ट्रेकर्स की सारी थकान मिटा देते
है।
Photography in Harsil: हर्षिल में ले फोटोग्राफी का आनन्द: हर्षिल एक खूबसूरत पर्यटक स्थल है जिसकी खूबसूरती को देखकर ही हजारो देशी और विदेशी सैलानी हर साल हर्षिल आते है। फोटोग्राफर्स के लिए भी हर्षिल किसी जन्नत से कम नहीं है।
यहाँ की खूबसूरती तथा चारो और बिखरी हरियाली, विशाल घाटिया, यहाँ से दिखाई देने वाले विशाल हिमालय पर्वत की बर्फ पड़ी चोटियाँ तथा देवदार तथा ओक के घने जंगल यहाँ की खूबसूरती को और अधिक बढ़ा देते है।
वही यहाँ हिमालयी पर्वत क्षेत्र में स्थित प्राचीन मन्दिर को देखकर पर्यटकों को असीम आनन्द की प्राप्ति होती है। फोटोग्राफर्स इन मंदिरो, यहाँ की खूबसूरती तथा यहाँ जंगलो में मौजूद लुप्त प्राय जानवरो को अपने कैमरे में कैद कर सकते है।
Shopping in Harsil: हर्षिल में ले शॉपिंग का आनन्द: हर्षिल घूमने हेतु एक छोटा सा पर्यटक स्थल है जहाँ आपको कोई बड़ा बाजार या शॉपिंग मॉल उपलब्ध नहीं हो पाता है।
यहाँ के बाज़ारो में मुख्यतः यहाँ के लोकल उत्पाद ही ज्यादा दिखाई पड़ते है। यहाँ आप मुख्यतः गर्म कपडे जैसे शॉल, गर्म मफलर, स्वः निर्मित स्वेटर, टोपियाँ तथा जमीन में बिछाने हेतु कॉरपेट जैसे सामान खरीद सकते है।
खाद्य सामग्री में यहाँ के राजमा, फलियाँ और सेब की काफी माँग रहती है। यहाँ के राजमा और सेब का निर्यात विदेशो तक को किया जाता है जो खाने में बहुत स्वादिष्ट होते है। यहाँ आने वाले पर्यटक अपने साथ इन चीजों को ले जाना कभी नहीं भूलते है।
Wildlife in Harsil: हर्षिल में ले वाइल्ड लाइफ का आनन्द: प्रकर्ति ने हर्षिल को अपनी खूबसूरती से सजाया हुआ है यहाँ आकर मनुष्य अपनी सारी थकान भूल जाता है। यहाँ की विस्तृत घाटिया, दूर-दूर फैले विशाल पर्वत तथा यहाँ चारो और बिखरे रंग बिरंगे फूल यहाँ की खूबसूरती को और अधिक बढ़ा देती है।
वही यहाँ चारो और खड़े देवदार, ओक तथा रोडोडेंड्रोन के घने जंगल यहाँ की खूबसूरती को दुगना कर देते है। इन जंगलो में कई किस्म की जड़ी-बूटियों के अलावा आप यहाँ कई लुप्त प्राय जीव जन्तुवो को भी देख सकते है। वही यहाँ से लगभग 30 किमी की दूरी(Distance from Harsil to Gangotri National Park) पर स्थित गंगोत्री नेशनल पार्क(Gangotri National Park) वन्य जीव प्रेमियों के भ्रमण हेतु प्रमुख जगह है जहाँ आप कई किस्म के लुप्त प्रायः पशु पक्षियों व जानवरो को देख सकते है।
यह पार्क लगभग 1533 स्क्वायर किलोमीटर(Area of Gangotri National Park) में फैला हुआ है जहाँ आप लगभग 15 प्रकार के जानवर तथा लगभग 150 किस्म के पक्षी देख सकते है।
पशु प्रेमी व वन्य जीव प्रेमियों के लिए ये पार्क किसी अचरज से कम नहीं है। वन्य जीव प्रेमी यहाँ दुर्लभ किस्म के जीव जन्तुवो को अपने कैमरे में कैद कर सकते है। (उत्तराखंड के चिड़ियाघरों बारे में जानने के लिए ये पोस्ट पढ़े।) इस पार्क में मुख्य रूप से हिमालयन मोनाल, बाघ, तीतर, मस्क डियर, भूरे भालू, थार तथा बर्फ में पाये जाने वाले चीते दिखाई पड़ते है जिनमे से अधिकतर अब लुप्त होने की कगार में है।
Tourist places of Harsil in Hindi
हर्षिल में
घूमने लायक पर्यटक स्थल
वैसे तो पूरा हर्षिल ही खूबसूरती में किसी से कम
नहीं। फिर भी कुछ ऐसी जगहे है जो पर्यटको का मन मोह लेती है। इन जगहों में से
मुख्यतः सत्तल, गंगोत्री धाम, मुखबा गांव, गंगनानी आदि कुछ ऐसे स्थल है जहाँ पर्यटक हर्षिल भ्रमण के
दौरान जा सकते है। (उत्तराखंड की प्रमुख
पर्यटक स्थलों के बारे में जानने के लिए ये पोस्ट पढ़े।)
हर्षिल अपने यहाँ की सात झीलों के लिए भी प्रसिद्ध
है जिन्हे देखने देश–दुनिया से प्रति वर्ष हजारो लोग यहाँ तक आते है।
यहाँ पहुंचकर पर्यटको को ऐसा महसूस होता है जैसे वो स्वर्ग की यात्रा पर निकले हो।
6 Best Places to visit in Harsil
हर्षिल के 5 प्रमुख पर्यटक स्थल
Sattal: हर्षिल का प्रमुख पर्यटक स्थल सत्ताल (Sattal): हर्षिल प्राकर्तिक दृस्टि से सम्पूर्ण जगह है जहाँ पर्यटकों के घूमने हेतु कई जगहे है। इन्ही पर्यटक स्थलों में से एक है सत्ताल।
सत्ताल, हर्षिल से लगभग 3 किमी की दूरी (Distance from Sattal to Harsil) पर स्थित है। यह झील सात झीलों (उत्तराखंड की प्रमुख झीलों के बारे में जानने के लिए ये पोस्ट पढ़े।) का एक समूह है जिसे राम, सीता, भारत, लक्ष्मण, सूखा ताल, पन्ना, नल दमयंती ताल तथा ओक्स के नाम से जाना जाता है।
यहाँ का पानी साफ़ तथा नीला पाया जाता है। यह जगह पर्यटकों व प्रकर्ति प्रेमियों के घूमने हेतु सर्वश्रेस्त्र है। प्रकर्ति प्रेमी यहाँ के खूबसूरत मौसम का आनंद ले सकते है वही फोटोग्राफर यहाँ के नजारो व दुर्लभ प्रकार के पक्षियों को अपने कैमरे में कैद कर सकते है।
पर्यटक इस झील में पर्यटक नौकायन का आनंद(Boating in Sattal) भी ले सकते है। इसी स्थान पर सत्त्ताल नाम से एक मंदिर भी स्थित है जो माँ गंगा को समर्पित है जिसकी पूजा सेमवाल पंडितो द्वारा की जाती है।
Gangnani: हर्षिल का प्रमुख पर्यटक स्थल गंगनानी: गंगनानी भी हर्षिल में स्थित प्रमुख
पर्यटक स्थलों में से एक है जो हर्षिल से लगभग 26 किमी की दूरी (Distance from Gangnani to Harsil) पर स्थित है। यहाँ पर गर्म पानी का एक कुंड स्थित है
जहाँ बड़ी संख्या में श्रद्धालु स्नान के लिए आते है तथा यहाँ स्नान करने के बाद ही
गंगोत्री मन्दिर जाते है।
गंगनानी कुंड को ऋषिकुंड तीर्थ (Rishikund Teerth) के नाम से भी
जाना जाता है। यहाँ पर महिलाओ व पुरुषो के स्नान हेतु
अलग अलग कुंड बने है। यहाँ आने वाले
स्त्री व पुरुष स्नान कर सकते है।
यहाँ
से हिमालय का खूबसूरत नजारा देखा जाया जा सकता है। वही
शान्ति और मैडिटेशन(Meditation in Gangnani Village) पसंद करने वालो के लिए भी ये जगह किसी स्वर्ग से काम
नहीं है। पर्यटक यहाँ शांति में बैठकर कुछ समय अध्यात्म का
आनंद ले सकते है।
Gangotri: हर्षिल का प्रमुख धार्मिक स्थल गंगोत्री: गंगोत्री (Gangotri) हर्षिल के पास मौजूद सबसे प्रमुख पर्यटक स्थल है जिसकी हर्षिल से दूरी लगभग 26 किमी (Distance of Harsil to Gangotri) है। गंगोत्री उत्तराखंड के चार धामों में से भी एक है जहाँ आकर ही श्रद्धालुओं की चार धाम यात्रा (उत्तराखंड के चार धाम के बारे में जानने के लिए ये पोस्ट पढ़े।) पूरी मानी जाती है। गंगोत्री धाम माँ गंगा को समर्पित है जहाँ माँ गंगा का विशाल मंदिर बना हुआ है।
यह स्थल समुद्र तल से 3,750 मीटर की ऊंचाई (Height of Gangotri) पर स्थित है। यहाँ मई से अक्टूबर तक कपाट के खुलने के दौरान लाखो श्रद्धालुओं का आगमन होता है। यह मंदिर अक्षय तृतीया के दिन खोला जाता है तथा इसे दिवाली के दिन मन्दिर के कपाट बंद कर दिया जाता है। बाद में यहाँ भारी मात्रा में बर्फवारी होती है जिस कारण श्रद्धालुओं का यहाँ पहुँचना मुश्किल हो जाता है।
ये स्थल विशाल पर्वतो, ग्लेशियर, घाटियों तथा घने जंगलो से घिरा हुआ तथा गंगोत्री नेशनल पार्क क्षेत्र में स्थित है जो भारत चीन सीमा तक फैला हुआ है। इस मन्दिर का निर्माण 18 वी शताब्दी के दौरान अमर सिंह थापा द्वारा कराया गया था तथा बाद में इसका जीर्णोद्धार जयपुर के राजघराने द्वारा किया गया था।
Mukhba Village: हर्षिल का प्रमुख पर्यटक स्थल मुखबा गांव: मुखबा गांव हर्षिल से 1 किमी की दूरी (Harsil to Mukhba Village Distance) पर हिमालय की गोद में बसा एक खूबसूरत गांव है जहाँ से प्रकर्ति का खूबसूरत नजारा देखा जा सकता है।
ये गांव माँ गंगा का घर माना जाता है जहाँ दूर-दूर से श्रद्धालु पूजा करने हेतु आते है। ठण्ड के मौसम में बर्फवारी के दौरान जब गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने के बाद माँ गंगा की मूर्ति को पूरे धार्मिक रीती रिवाज के साथ मुखबा गांव में ही लेकर आते है।
मुखबा गांव को मुखवास गांव के नाम से भी जाना जाता है। ऊंचाई पर होने के कारण यहाँ बर्फ भी बहुत अधिक पड़ती है जिसे देखने बड़ी संख्या में पर्यटक यहाँ पहुंचते है। यहाँ साल भर ठण्ड पड़ती है जिस कारण यहाँ जाने वाले पर्यटकों को अपने साथ गर्म कपडे साथ ले जाने की सलाह दी जाती है।
Dharali Village: हर्षिल का प्रमुख पर्यटक स्थल धराली
गांव: धराली गांव हर्षिल
के प्रमुख पर्यटक स्थलों में से है जो हरसिल से 3
किमी की दूरी (Harsil to Dharali Village Distance) पर स्थित है। ये गांव गंगा नदी के तट पर स्थित है
जहाँ से प्रकर्ति का खूबसूरत नजारा देखा जा सकता है। यहाँ से हिमालय की बर्फ से ढकी चोटियो को भी साफ़ रूप दे देख सकते है।
धराली में सेब,
राजमा और लाल सेम के कई सारे बगीचे है जो देखने में काफी
खूबसूरत दिखाई पड़ते है। यहाँ पर एक
प्राचीन शिव मन्दिर मौजूद है जिसकी कलाकृति केदारनाथ मन्दिर,
गंगोत्री, तपोवन की तरह ही दिखाई पड़ती है।
Gangotri National Park: हर्षिल में ले वन्यजीव का आनंद गंगोत्री नेशनल पार्क: यहाँ से लगभग 30 किमी की दूरी पर स्थित गंगोत्री नेशनल पार्क वन्य जीव प्रेमियों के भ्रमण हेतु एक आदर्श जगह है जहाँ आप कई किस्म के लुप्त प्रायः पशु पक्षियों व जानवरो को देख सकते है।
यह पार्क लगभग 1533 स्क्वायर किलोमीटर(Area of Gangotri National Park) में फैला हुआ है जहाँ आप लगभग 15 प्रकार के जानवर तथा लगभग 150 किस्म के पक्षी देख सकते है। पशु प्रेमी व वन्य जीव प्रेमियों के लिए ये पार्क किसी अचरज से कम नहीं है। वन्य जीव प्रेमी यहाँ दुर्लभ किस्म के जीव जन्तुवो को अपने कैमरे में कैद कर सकते है। (उत्तराखंड के वन्य जीव पर्यटन के बारे में जानने के लिए ये पोस्ट पढ़े।)
इस पार्क में मुख्य रूप से हिमालयन मोनाल, बाघ, तीतर, मस्क डियर, भूरे भालू, थार तथा बर्फ में पाये जाने वाले चीते दिखाई पड़ते है जिनमे से अधिकतर अब लुप्त होने की कगार में है।
What and where to eat in Harsil
हर्षिल में खाने हेतु प्रमुख व्यंजन
वैसे तो हर्षिल यात्रा के दौरान पर्यटक वहाँ के लोकल खाना ही ज्यादा पसन्द
करते है। यहाँ मिलने वाली आलू की गुटके, भांग की चटनी, झिंगोरा की खीर, रायता, मडवे की रोटी, सिसूण का साग, कापा तथा यहाँ की प्रसिद्ध मिठाई आदि ही पर्यटकों द्वारा ज्यादा पसंद की जाती है जो यहाँ कही भी आसानी से
उपलब्ध हो जाता है।
फिर भी हर्षिल में हर किस्म के
रेस्टॉरेंट आदि भी उपलब्ध है जहाँ आप अपने पसन्द के खाने का आनंद ले सकते है।
यहाँ
के प्रमुख रेस्टोरेंट में Prakriti The Retreat, View
Point Restaurant, Hotel Sunanda Restaurant आदि है जहाँ आप हर्षिल भ्रमण के दौरान भोजन का आनंद
ले सकते है।
Where to stay in Harsil
हर्षिल यात्रा के दौरान कहा रुके
हर्षिल में कई होटल,
होमस्टे, लॉज एवं कॉटेजेस है जहाँ आप हर्षिल भ्रमण के दौरान रुक सकते है। ये होटल आपको हर किस्म की सुविधा प्रदान करते है तथा इन होटल में रूककर आप
अपने घर में रहने जैसा अनुभव कर सकते है। ये होटल्स आपको फ्री Wi-Fi, Laundary, Parking तथा Cab आदि की सुविधाएं भी प्रदान करते है।
हर्षिल के मुख्य होटल में Hotel Harsil Retreat, Nelangana Resort, Radha Mohan Palace, Hotel Apoorva,
Himalyan Eco Lodge, GMVN Hotel आदि है जहाँ आप हर्षिल यात्रा के दौरान रुक सकते है।
Best 5 Hotels in Harsil
Hotel Harsil Retreat: होटल हर्षिल रिट्रीट: Hotel Harsil Retreat, हर्षिल में मौजूद कुछ सबसे अच्छे होटल्स में से एक है जो अलकनंदा नदी के तट पर बनाया गया है। होटल से आप प्रकर्ति का शानदार नजारा देख सकते है।
यह होटल हर्षिल से लगभग 25 किमी की दूरी पर स्थित है जहाँ से प्रकर्ति का सुन्दर नजारा व बर्फ से ढके विशाल पर्वत स्पष्ट नजर आते है। इस होटल में छोटे-छोटे कई कॉटेज बने हुए है जो साधारण व डीलक्स के है।
यहाँ आपको भोजन आदि की सुविधा भी मिलती है। वही होटल्स के द्वारा आपको फ्री Wi-Fi, Room Service, Car parking आदि सुविधाएं मिलती है इन कॉटेजेस का किराया प्रति दिन 6000 से शुरू है।
Radha Mohan Palace: होटल राधा मोहन: Hotel Radha Mohan Palace, हर्षिल में मौजूद कुछ सबसे अच्छे होटल्स में से एक है जो गंगा नदी के तट से 5 मिनट की दूरी पर स्थित है। होटल से आप प्रकर्ति का शानदार नजारा देख सकते है।
यह होटल हर्षिल के मुख्य बाज़ार में स्थित है जहाँ से प्रकर्ति का सुन्दर नजारा व बर्फ से ढके विशाल पर्वत स्पष्ट नजर आते है। इस होटल में आपको साधारण व डीलक्स कमरे उपलब्ध होते है जिनका किराया प्रति यात्री 4,500 से शुरू होता है। होटल में आपको भोजन आदि की सुविधा भी मिलती है।
वही होटल्स के द्वारा आपको फ्री Wi-Fi, Room Service, Car parking, Bonfire, Hiking, Trekking पर ले जाने की सुविधाएं भी प्रदान करता है।
Himalyan Eco Lodge: हिमालयन ईको लॉज: Himalyan Eco Lodge हर्षिल में मौजूद कुछ सबसे अच्छे लॉज में से एक है जहाँ से आप प्रकर्ति का शानदार नजारा देख सकते है। यह होटल हर्षिल से गंगोत्री जाने के रास्ते में स्थित है जहाँ से प्रकर्ति का सुन्दर नजारा व बर्फ से ढके विशाल पर्वत स्पष्ट नजर आते है।
इस होटल में आपको साधारण व डीलक्स कमरे के साथ लक्ज़री टेन्ट में रहने की सुविधा भी मिलती है जिनका किराया प्रति यात्री 6,000 से शुरू होता है। होटल में एक रेस्टोरेंट भी है जहाँ आपको भोजन आदि की सुविधा भी मिलती है।
वही होटल्स के द्वारा आपको फ्री Wi-Fi, Room Service, Car parking आदि सुविधाओं के साथ आपको हाईकिंग, कैंपिंग तथा ट्रैकिंग पर ले जाने की सुविधा भी प्रदान करता है।
Hotel Sunil: होटल सुनील: Hotel Sunil हर्षिल में मौजूद कुछ सबसे अच्छे होटल्स में से एक है जहाँ से आप प्रकर्ति का शानदार नजारा देख सकते है। यह होटल हर्षिल बस स्टैंड से 3 किमी की दूरी पर स्थित है जहाँ से प्रकर्ति का सुन्दर नजारा व बर्फ से ढके विशाल पर्वत स्पष्ट नजर आते है।
इस होटल में आपको साधारण व डीलक्स कमरे तथा लक्ज़री टेन्ट में रहने की सुविधा भी प्रदान करता है जिनका किराया प्रति यात्री 2,100 से शुरू होता है।
यहाँ आपको भोजन आदि की सुविधा भी मिलती है। वही होटल्स के द्वारा आपको फ्री Wi-Fi, Room Service, Car parking आदि सुविधाओं के साथ हाईकिंग, कैंपिंग पर ले जाने की सुविधा भी प्रदान करता है।
The Char Dham Camp: चार धाम कैंप: Char Dham Camp हर्षिल में मौजूद कुछ सबसे अच्छे रात्रि विश्राम करने की जगहों में से एक है जहाँ से आप प्रकर्ति का शानदार नजारा देख सकते है। यह होटल हर्षिल से गंगोत्री जाने के रास्ते में स्थित है जहाँ से प्रकर्ति का सुन्दर नजारा व बर्फ से ढके विशाल पर्वत स्पष्ट नजर आते है।
इस कैंप सुन्दर घाटियों तथा चारो तरफ के विशाल पर्वतो से घिरा हुआ है जहाँ प्रकर्ति के बीच आप लक्ज़री टेन्ट में रह सकते है। इसमें आपको अटैच बाथरूम की सुविधा मिलती है। यहाँ का प्रति रात्रि किराया 2,000 से शुरू होता है।
वही कैंप के द्वारा आपको फ्री Wi-Fi, Room Service, Car parking आदि सुविधाओं के साथ आपको हाईकिंग, कैंपिंग तथा ट्रैकिंग पर ले जाने की सुविधा भी प्रदान करता है।
Weather of Harsil
हर्षिल में तापमान
Harsil in summer’s: गर्मियों में हर्षिल का मौसम: गर्मिया का समय
हर्षिल घूमने के लिहाज से सबसे अच्छा रहता है। इस दौरान यहाँ ज्यादा गर्मी नहीं होती जिस कारण यहाँ का मौसम खुशनुमा
रहता है व यहाँ चारो और हरियाली छायी रहती है। हरसिल में गर्मियों की शुरुवात अमूमन मार्च अंत से हो जाती है जो जून मध्य
रहती है। इस दौरान यहाँ का अधिकतम तापमान 15
डिग्री तक बना रहता है व न्यूनतम तापमान 10
डिग्री तक का रहता है।
इन
महीनो के दौरान ही यहाँ पर सबसे ज्यादा पर्यटक आते है जिस कारण यहाँ पर्यटकों की
भीड़ जमा रहती है। इन महीनो के दौरान भी पर्यटकों को साथ मे गर्म कपडे
रखने की सलाह दी जाती है क्योकि दिन के समय पर थोड़ी गर्मी अवश्य होती है परन्तु
रात के समय यहाँ का मौसम ठंडा हो जाता है।
Harsil in winter’s: सर्दियों में हर्षिल का मौसम: हर्षिल में सर्दियों की शुरुवात मुख्यतः अक्टूबर से हो जाती है जो मार्च मध्य तक रहती है। इस दौरान हर्षिल का तापमान 0 डिग्री से भी नीचे चला जाता है व अधिकतम तापमान 10 डिग्री तक रहता है।
इस दौरान यहाँ पर हाड कपा देनी वाली ठण्ड पड़ती है। दिसंबर व जनवरी यहाँ का सबसे ठंडा महीना होता है। इन महीनो के दौरान यहाँ पर बर्फवारी भी काफी अधिक होती है जिस कारण बर्फवारी देखने बड़ी संख्या में पर्यटक यहाँ पहुँचते है। इन महीनो के दौरान पर्यटकों को साथ मे गर्म कपडे रखने की सलाह दी जाती है क्योकि दिन व रात यहाँ का मौसम समान रूप से ठंडा हो जाता है।
Harsil in monsoon: मानसून में हर्षिल का मौसम: हर्षिल में मानसून की शुरुवात मुख्यतः जून अंत से हो जाती है जो सितम्बर तक रहती है। इस दौरान हर्षिल का तापमान बारिश के कारण काफी नीचे चला जाता है व अधिकतम तापमान 10 डिग्री तक रहता है। इस दौरान यहाँ पर हाड कपा देनी वाली ठण्ड पड़ती है।
प्रकर्ति प्रेमियों व फोटोग्राफर लोगो के घूमने हेतु ये मौसम सबसे अच्छे रहते है। इस दौरान प्रकर्ति–प्रेमी यहाँ फोटोग्राफी व प्रकर्ति का आनन्द ले सकते है।
मानसून के दौरान पर्यटकों को यहाँ न आने की सलाह दी जाती है। पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण यहाँ भूस्खलन, लैंड स्लाइडिंग व सडको के बंद होने की घटनाये होती रहती है जिस कारण पर्यटकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इस लिए पर्यटकों को मानसून के दौरान यहाँ आने से बचना चाहिए।
When to go Harsil
When to go Harsil in Hindi: हर्षिल आप साल के किसी भी मौसम में जा सकते है। यहाँ का मौसम सालभर सुहावना बना रहता है। गर्मियों के सीज़न में भी यहाँ पर ज्यादा गर्मी नहीं पड़ती है हालांकि ठण्ड के मौसम में यहाँ ठण्ड बहुत अधिक पड़ती है तथा यहाँ का तापमान भी शून्य से नीचे चला जाता है जिस कारण सर्दियों के मौसम में पर्यटको को
काफी तकलीफो का भी सामना करना पड़ता है।
यहाँ पर आपको मार्च से अक्टूबर व नवंबर तक जाना चाहिए उस समय पर यहाँ का मौसम बहुत अधिक खुशनुमा व चारो तरफ हरियाली से भरा होता है जिस कारण ये जगह पर्यटको के मन को मोह लेती है।
How to go Harsil
हर्षिल कैसे पहुंचे
How to go Harsil By Bus: सड़क मार्ग द्वारा हर्षिल कैसे जाये: हर्षिल गांव सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है जहाँ के लिए आपको किसी भी बड़े शहर से बस सेवा आसानी से उपलब्ध हो जाएगी। आप चाहे तो अपने वाहन से भी हर्षिल तक पहुंच सकते है। हर्षिल नेशनल हाईवे 108 पर स्थित है जो गंगोत्री मार्ग पर स्थित है।
देहरादून और ऋषिकेश से हर्षिल के लिए निरंतर रूप से बसों का सञ्चालन किया जाता है। देहरादून से हर्षिल की दूरी 220 किमी(Dehradun to Harsil Distance) तथा हरिद्वार से हर्षिल की दूरी 238 किमी (Hardwar to Harsil Distance) है।
How to go Harsil By Train: ट्रेन मार्ग द्वारा हर्षिल कैसे जाये: हर्षिल का अपना कोई रेलवे स्टेशन नहीं है अपितु यहाँ का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन ऋषिकेश में है जो हर्षिल से लगभग 215 किमी की दूरी (Rishikesh to Harsil Distance) पर स्थित है। ऋषिकेश रेलवे स्टेशन देश के प्रमुख नगरों से आपस में जुड़ा हुआ है। वही स्टेशन के बाहर ही आपको प्राइवेट टैक्सी खड़ी हुई मिल जाएगी जिससे आप हर्षिल तक पहुंच सकते है।
आप चाहे तो अपने वाहन द्वारा भी यहाँ तक पहुंच सकते है। अन्यथा उत्तराखंड रोडवेज की बस द्वारा आप आसानी से यहाँ तक पहुंच सकते है।
How to go Harsil By Air: वायु मार्ग द्वारा हर्षिल कैसे जाये: हर्षिल का सबसे नजदीकी वायु मार्ग देहरादून स्थित जॉलीग्रांट है जो हर्षिल से 232 किमी दूर (Distance from Jolly Grant to Harsil) है। जॉली ग्रांट हवाई अड्डे के बाहर ही आपको कई टैक्सी खड़ी मिल जाएगी जिनके द्वारा आप यहाँ तक पहुंच सकते है।
आप चाहे तो उत्तराखंड रोडवेज की बस द्वारा भी हर्षिल तक पहुंच सकते है जिसका सञ्चालन ऋषिकेश व देहरादून से सुचारु रूप से किया जाता है।
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