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सर्दियों के समय नैनीताल का मौसम: Weather of Nainital in Winter Season
वैसे तो नैनीताल में साल भर मौसम सुहावना रहता है। फिर भी नैनीताल में सर्दियों की शुरुवात मुख्यतः अक्टूबर से होती है जो मार्च तक चलती है। इस दौरान यहाँ का तापमान 0 डिग्री से –15 डिग्री तक चला जाता है।
दिसंबर के समय पर यहाँ पर जम के बर्फ़बारी होती है जो जनवरी के अंत तक चलती है जिसे देखने दूर-दूर से पर्यटक नैनीताल आते है। वही दिसंबर और इसके बाद जनवरी और फरबरी तक नैनीताल घने कोहरे से ढक जाता है जिस कारण यहाँ पर ठण्ड भी बहुत अधिक पड़ती है। सलाह दी जाती है की पर्यटकों को सर्दियों के मौसम में नैनीताल जाने से बचना चाहिए।
गर्मियों के समय नैनीताल का मौसम: Weather of Nainital in Summer Season
वैसे तो नैनीताल में साल भर मौसम सुहावना रहता है। फिर भी नैनीताल में गर्मियों की शुरुवात मुख्यतः मार्च अंत से शुरू होकर सितम्बर तक का रहता है। इस दौरान यहाँ का तापमान 10 डिग्री से 30 डिग्री तक का रहता है।
यह मौसम नैनीताल में पर्यटन के हिसाब से सर्वोत्तम रहता है। इस दौरान पूरा नैनीताल शहर पर्यटकों से भरा हुआ रहता है जिस कारण आपको यहाँ आने से पूर्व होटल (नैनीताल के) आदि की बुकिंग करा लेनी चाहिए अथवा यहाँ आने पर आपको रुकने सम्बंधित परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
गर्मियों के समय पर नैनीताल घूमने व नैनी झील में नौकायन करने का अलग ही आनंद रहता है।
मानसून के समय नैनीताल का मौसम: Weather of Nainital in Mansoon Season
नैनीताल में मानसून की शुरुवात मुख्यतः जुलाई से हो जाती है व मानसून का यह मौसम सितम्बर तक रहता है। इस दौरान यहाँ पर 1,700 मिमी तक बारिश होती है। नैनीताल के पहाड़ी इलाका होने के कारण बारिश के समय पर यहाँ भूस्खलन की घटनाएँ होती रहती है जिस कारण पर्यटकों को मानसून सीजन में यहाँ आने से बचना चाहिए।
मानसून के सीजन में यहाँ एक प्रमुख त्यौहार(उत्तराखंड के प्रमुख त्यौहार व मेले) खातुरवा व नंदा देवी उत्सव होता है। माँ नंदा देवी को मानने वाले श्रद्धालु दूर-दूर से इस महोत्सव में भाग लेने यहाँ पहुंचते है।
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हैलो, दोस्तों मैं पंकज पंत एक ब्लॉगर। दोस्तों लिखने, पड़ने व म्यूजिक (खासतौर से मैगज़ीन जैसे इंडिया टुडे व क्रिकेट सम्राट वगैरह) का शौक पहले से ही था तो सोचा क्यों न कुछ लिखा जाये और लिखा भी वो जाये जिसे पढ़कर पाठको को आनन्द भी आये व उसे पढ़कर उनके ज्ञान में भी कुछ वृद्धि हो सके। परन्तु लिखने के लिए एक लेखन सामग्री की आवश्यकता होती है तो सोचा किस विषय पर लिखा जाये। सोचते हुए दिमाग में आया की क्यों न अपने ही गृह राज्य उत्तराखंड के बारे में लिखा जाये जिसकी पृष्टभूमि बहुत ही विशाल होने के साथ-साथ यहाँ की संस्कृति और सभ्यता भी बहुत विकसित है। वही ये एक शानदार पर्यटक स्थल होने के अलावा धार्मिक दृस्टि से भी परिपूर्ण है। यहाँ हर साल हजारो की संख्या में मेलो व त्योहारों का आयोजन होता रहता है जिसे देखने व इनमे शामिल होने के लिए देश-विदेश से लाखो-करोडो लोग उत्तराखंड आते है व इन मेलों को देखने के साक्षी बनते है। इस कारण मैंने लिखने की शुरुवात की अपने उत्तराखंड से। अपनी इस वेबसाइट में मैंने उत्तराखंड की संस्कृति एवं सभ्यता, उत्तराखण्ड के प्रमुख पर्यटक स्थल, उत्तराखण्ड के प्रमुख मंदिरो, उत्तराखण्ड के प्रमुख नृत्य व संगीत, उत्तराखण्ड के प्रमुख ट्रेक्किंग स्थलों, उत्तराखण्ड के मुख्य डैम, उत्तराखण्ड की झीलों व ग्लेशियर के अलावा यहाँ की प्रमुख पर्वत चोटियों व अन्य विषयो को पाठको के समक्ष प्रस्तुत किया है। जैसे- जैसे मुझे अन्य कोई जानकारी मिलती जाएगी में उन्हें अपने पाठको के समक्ष प्रस्तुत करता रहूँगा। धन्यवाद पंकज पंत
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