Bhirgu Lake Trek
भर्गु लेक ट्रैक

हिमाचल अपनी संस्कृति व सभ्यता के अलावा अपने चारो और फैली खूबसूरती, एडवेंचर और अपने यहाँ स्थित हिमालयी ट्रैक्स के लिए भारत के साथ ही पूरे विश्व भर में भी प्रसिद्ध है। इन्ही हिमालयी ट्रैक्स में से एक है भिर्गु लेक ट्रैक।
भिर्गु लेक झील हिमांचल जिले में स्थित एक खूबसूरत झील है जिसे देखने हर साल लाखो की संख्या में लोग इसे देखने आते है। भिर्गु लेक पिकनिक में जाने वालो के लिए भी एक आदर्श जगह है। यहाँ वीकेंड के समय आस-पास के लोग परिवार के साथ पिकनिक बनाने हेतु यहाँ पर आते है तथा यहाँ के शांत वातावरण व चारो और की बर्फ से ढकी चोटियों को देखकर पर्यटकों को असीम शांति व आनंद की प्राप्ति होती है। यह ट्रैक कुल्लू में स्थित है तथा पूरे भारत के सबसे खूबसूरत ट्रैक्स में से एक है।
मान्यता के अनुसार पौराणिक काल में देवताओ द्धारा इस झील में डुबकी लगाई गई थी जिस वजह से इस झील को “पूल ऑफ़ गॉड्स” भी कहा जाता है।
इस झील का नाम ऋषि भिर्गु के नाम पर भिर्गु झील पडा ऋषि भिर्गु हिन्दू धर्म में माने गए सात ऋषिओ में से एक है इन्होने यहाँ पर कई साल तक तपस्या की थी तथा इसी जगह पर एक पुस्तक “समिता” लिखी थी। जिसमे उन्होंने भूत, भविष्य वर्तमान के बारे में सारी जानकारियाँ इस पुस्तक के माध्यम से दी थी।
यह ट्रैक लगभग 4 से 5 दिन का होता है तथा पूरा ट्रैक लगभग 26 किमी का होता है तथा ट्रैक की अधिकतम ऊंचाई 14000 फ़ीट है। यह झील हिमालय के पीर पंजाल पर्वत श्रेणी में आती है। ये ट्रैक कुल्लू के गुलाबा गांव से शुरू होता है तथा झील तक पहुँचने में लगभग 6 किमी का ट्रैक कर जाना होता है। ये स्थल हिन्दुओं के लिए एक धार्मिक स्थल है इस झील के बारे में एक धार्मिक तथ्य ये है की सर्दियो में भी ये झील कभी पूरी तरह से नहीं जमती है। यह पूरा ट्रैक घने जंगलो, देवदार व खर्सू के वृक्षों से घिरा हुआ है। वही इस ट्रैक पर आपको गोरीशंकर मन्दिर, त्रिपुरी सुंदरी मन्दिर व अन्य के भी दर्शन करने को मिलते है।

ट्रैक पर जाने में आपको तीव्र घुमवदार पहाड़ियाँ व खड़ी पर्वत चढ़ाहियो से होते हुए जाना होता है। ऊपर की और जाने पर आपको खूबसूरत बर्फ से ढके विशाल पर्वतो के साथ वहाँ स्थित प्राकर्तिक खूबसूरत नज़ारे भी देखने को मिलते है। इस पूरे ट्रैक में आपको बड़े-बड़े अल्पाइन के घास के मैदान दिखाई देते है। वही चारो और जड़ी बूटी युक्त पेड़ पौधे तथा विशाल लदाखी पर्वत, शीतिधर पर्वत व हनुमान टिब्बा जैसे खूबसूरत पर्वत चोटियों के अलावा भिर्गु लेक से इन्द्रसेन तथा देव टिब्बा के भी दर्शन होते है। वही हर जगह इन्हे देखकर आपको ऐसा प्रतीत होगा जैसे आप स्विट्ज़रलैंड की यात्रा पर हो।
इस झील के पास ही एक अन्य झील भी स्थित है जिसे नेहरू झील कहकर जाना जाता है। जिसकी खूबसूरती को देखने कई पर्यटक हर साल यहाँ आते है व इस झील व यहाँ आसपास की प्राकर्तिक सुंदरता को करीब से देख सकते है। ये झील मनाली-केलांग सड़क मार्ग पर पड़ती है जिसका नाम भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के नाम पर रखा गया था।
यह ट्रैक हिमाचल के अन्य ट्रैक्स के मुकाबले थोड़ा मुश्किल माना जाता है जहा आपको लगभग 5500 फ़ीट की ऊंचाई पर मात्र 2 दिन में पहुंचना होता है। ट्रैकर्स को सलाह दी जाती है की ट्रैक करने से पहले चलने का पर्याप्त अभ्यास कर लिया जाये जिससे आपको ऊंचाई पर चलने में दिक्कत महसूस न हो। वही ट्रैकर्स को सलाह दी जाती है की जाने से पहले पर्याप्त मात्रा में पानी भी पी लिया जाये जिससे ट्रैक के दौरान DEHYDERATION की समस्या न आये।
Things to Carry
साथ ले जाने वाली वस्तुएँ
भिर्गु लेक ट्रैक पर जाते समय आपको स्वयं सावधानी बरतने के साथ रोजाना के प्रयोग होने वाली जरूरत की चीजों को भी अपने साथ ले जाना आवश्यक होता है। साथ ही आपको छोटी मोटी शारीरिक परेशानियों के लिए सर दर्द, पैट ख़राब व अन्य रोगो के उपचार हेतु फर्स्ट ऐड की चीजे व दवाइयां भी जरूर ले जानी चाहिए ताकि आवस्यकता अनुसार जरूरत के समय ये प्रयोग में लाई जा सके।
वहाँ का मौसम प्रति घंटे के हिसाब से बदलता रहता है जिस कारण वहाँ ठण्ड भी अधिक रहती है। इस कारण आपको ठण्ड व बारिश से बचाव हेतु रैनकोट, फुल स्लीव्स पतली जैकेट्स, मंकी कैप, ट्रैकिंग शूज, गर्म मोज़े, मफलर, तौलिए, धुप से बचाव हेतु अच्छे किस्म के चश्मे, कोल्ड क्रीम, लिप बाम, सनस्क्रीन लोशन, एल०ई०डी टॉर्च, गर्म पानी की बोतल, ट्रैकिंग पोल, सिरदर्द की दवाइयाँ जैसे क्रोसिन, डिस्प्रिन, कॉटन, बैंड-ऐड, मूव स्प्रे, गौज, क्रैप बैंडेज आदि चीजे है जो आपको ट्रैक पर जाते समय अपने साथ रखनी चाहिए। इनकी जरूरत आपको ट्रैक पर जाते वक्त कभी भी पड़ सकती है।

यात्रा कार्यक्रम
Itineraryप्रथम दिवस: मनाली से गुलाबा से जानकर थाच (ट्रैक1 घंटा)
दूसरा दिवस: जानकर थाच से रोला खोली (5 किमी, 3-4 घण्टे )
तीसरा दिवस: रोला खोली से भृगु लेक (5 किमी, 5 से 6 घण्टे) से रोला खोली (5 किमी, 5 से 6 किमी)
चौथा दिन: रोला खोली से गुलाबा(5 किमी, 3 से 4 घण्टे) से मनाली
How to reach Bhirgu Lake Trek
भिर्गु लेक ट्रैक पर कैसे जायेप्रथम दिवस: First Day: आपके पहले दिन की शुरुवात मनाली के एक छोटे से गांव गुलाबा से होती है जो प्राकर्तिक सुन्दरता व घने देवदार के वृक्षों से घिरा हुआ एक सुन्दर गांव है। यह गांव मनाली से 22 किमी की दूरी पर स्थित है जहाँ मनाली से 2 घण्टे से कम के समय में पहुंच सकते है। गुलाबा से 3 किमी का ट्रैक कर आप अपने शिविर जानकर थांच शिविर तक पहुंच सकते है। यही पर आप रात्रि विश्राम व भोजन इत्यादि कर सकते है।
दूसरा दिवस: Second Day: आपके दूसरे दिन की शुरूवात जानकर थाच से होकर रोला– खुली तक जाती है। रोला खुली समुद्र तल से 12,566 फ़ीट की ऊंचाई पर स्थित है जो जानकर थाच से लगभग 5 किमी की दूरी पर स्थित है। जहॉ तक जाने में 3 से 4 घंटे का समय लग जाता है।
इस दिन के ट्रैक पर आपको पहाड़ो व जंगलो के बीच में से होकर खड़ी चढाई पर चढ़ कर जाना होता है।वही बीच में आपको प्राकर्तिक खूबसूरती के दर्शन होते है। ऊपर पहुंचकर आप हनुमान टिब्बा व सात पहाड़ियों को बिलकुल नजदीक से देख सकते है।
तीसरा दिवस: Third Day: आपके तीसरे दिन की शुरुवात रोला खोली से शुरू होकर भिर्गु झील तक जाती है। यह झील समुद्र तल से 14,000 फ़ीट की ऊंचाई पर स्थित है जिस पर जाने में लगभग 5 घण्टे तक का समय लग जाता है।
झील की रोला–खोली से दूरी 5 किमी पड़ती है। ये झील अंडे की आकार की बनी हुई है आज के दिन के ट्रैक पर जाने में आपको भिर्गु झील तक खड़ी चढ़ाई पर चढ़ कर जाना होता है। झील पर पहुंचकर आपको खूबसूरत वादियों के साथ इन्द्रसेन पर्वत व देव टिब्बा पर्वत के मनमोहक दर्शन करने को मिलते है जिससे आप रास्ते की सारी थकान मिट जाती है। यहाँ पर कुछ देर रूककर आप पुनः रोला खुली पर वापस आकर यही पर रात्रि विश्राम व भोजन इत्यादि कर सकते है।
चौथा दिन: Fourth Day: आपकी अंतिम दिन की यात्रा रोला–खुली से गुलाबा तक होती है। यहाँ तक आने में आपको 5 घंटे तक का समय लग जाता है व यहाँ तक की कुल दूरी 5 किमी पड़ती है। यहाँ से आप वाहन द्धारा मनाली तक पहुंच सकते हैA मनाली पर आकर आपका ये ट्रैक समाप्त होता है।
भिर्गु लेक ट्रैक कैसे जाये
How to go to Bhrigu Lake Trek
By Air: हवाई मार्ग द्धारा: भिर्गु लेक ट्रैक पर जाने के लिए सबसे पास स्थित हवाई अड्डा भुन्तर में है जो की मनाली से 52 किमी की दूरी पर स्थित है। नई दिल्ली और चंडीगढ़ से आपको कुल्लू के भुंतर के लिए आसानी से हवाई सुविधा मिल जाएगी भुन्तर हवाई अड्डे से बाहर से लगातार सरकारी बसे भी मनाली के लिए चलती रहती है तथा प्राइवेट टैक्सी वाले भी 24 घंटे आपको हवाई अड्डे के बाहर ही खड़े मिल जायेंगे।प्राइवेट टैक्सी वाले आपसे मनाली तथा गुलाबा तक पहुंचाने के लिए अधिकतम 1000 रुपए से 1500 रुपया तक का किराया लेते है।
By Bus: सड़क मार्ग द्धारा: भिर्गु लेक ट्रैक पर जाने के लिए सबसे पास स्थित बस स्टेशन मनाली है जो देश के अधिकतर भागो से आसानी से जुड़ा हुआ है। दिल्ली से मनाली की दूरी लगभग 550 किमी है। वही चंडीगढ़ से भी आप मनाली तक आसानी से पहुंच सकते है। चंडीगढ़ से मनाली की दूरी 310 किमी है जहाँ आपको पहुंचने में लगभग 8 घंटे का तक का समय लग जाता है। प्राइवेट टैक्सी वाले आपसे मनाली तथा गुलाबा तक पहुंचाने के लिए अधिकतम 1,000 रुपए से 1,500 रुपया तक का किराया लेते है।
भिर्गु लेक ट्रैक पर कब जाये
When to go Bhrigu Lake Trek
भिर्गु लेक ट्रैक पर जाने के लिए सबसे अच्छा मौसम अप्रैल से लेकर अक्टूबर तक का होता है उसके बाद बारिश का सीजन होने के कारण ट्रैक पर फिसलने का खतरा रहता है। अप्रैल से अक्टूबर के दौरान यहाँ का मौसम अधिकतर साफ़ रहता है जिस कारण आप यहाँ प्रकर्ति का भरपूर आनंद ले सकते है।